और अधिक उद्देश्य

और अधिक उद्देश्य

  • विभिन्न क्षेत्रों में उदीयमान प्रतिभाओं को प्रेरित करना व उनका सम्मान करना। गरीबी रेखा से नीचे के मेधावी बालक-बालिकाओं के लिए शिक्षा हेतु बढ़ावा देना, कानूनी, आर्थिक और पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराना तथा उनके लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध करवाना
  • शैक्षिक कार्यों एवं गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए शैक्षिक संस्थाओं जैसे-पुस्तकालय, वाचनालय, विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय, छात्रावास आदि की स्थापना / निर्माण /संचालन करना। शिक्षा के माध्यम से गरीब एवं जरूरतमंद छात्रों को स्वावलम्बी एवं आत्मनिर्भर बनाने तथा आगे बढ़ाने के लिए गुणवता व आवश्यकता (Meritcum-Need) के आधार पर छात्रवृत्तियां व अन्य सहायता प्रदान करना
  • सभी वर्गों एवं जातियों के शैक्षणिक विकास एवं उत्थान संबंधी उद्देश्यों की पूर्ति हेतु पाठशालाओ, विद्यालयों महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों, तकनीकी शिक्षण संस्थाओं, व्यवसायिक शिक्षण संस्थाओं, चिकित्सा शिक्षण संस्थाओं, उच्च शिक्षण संस्थाओं की स्थापना करना एवं उनका संचालन करना।
  • . चिकित्सालय, औषधालय, डिस्पेंसरी, नर्सिंग होम, मैटरनिटी सेंटर, मेडिकल शिक्षण संस्थाए, नर्सिंग शिक्षण संस्थाए, फार्मेसी शिक्षण संस्थाए, छात्रावास आदि की स्थापना / प्रबंधक / संचालन सहायता करना आदि
  • चिकित्सालय, औषधालय, डिस्पेंसरी, नर्सिंग होम, मैटरनिटी सेंटर, मेडिकल शिक्षण संस्थाए, नर्सिंग शिक्षण संस्थाए, फार्मेसी शिक्षण संस्थाए, छात्रावास आदि की स्थापना / प्रबंधक / संचालन सहायता करना आदि
  • स्वास्थ्य परीक्षण, चिकित्सा शिविर, स्वास्थ संबंधी कैम्प, रक्तदान शिविर, चिकित्सीय जनजागरूकता शिविर / अभियान आदि आयोजित करना
  • धार्मिक एवं देवालय संस्कृति का विकास करने हेतु धार्मिक पुस्तकालय एवं वाचनालय खोलने एवं इनके लिए आधारभूत सुविधाएं विकसित करना।
  • सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, नैतिक तथा जनजाति सभ्यता एवं संस्कृति संबंधी पुस्तकालय, वाचनालय एवं संग्रहालय बनाना, डिजिटल पुस्तकालय बनाना, आर्ट गैलरी बनाना।
  • लोकदेवताओं और स्थानीय देवताओं के परिसरों में मंदिर, चबूतरा, सड़क धर्मशाला, पानी की टंकी, पानी की प्याऊ, गार्डन, बाग-बगीचे, ट्यूववैल, विश्रामगृह तोरणद्वार, मुख्यद्वार रास्ता, सड़क आदि बनाना आदि एवं उनका संचालन तथा संधारण करना।
  • स्वतत्रता सेनानी, वीरपुरुष जनजाति एवं मीणा समाज के बुद्धिजीवी व्यक्तियों की मूर्तियां एवं छतरिया बनाना तथा उनके जीवन संबंधी पेनोरमा बनाना, पनोरमा की सार संभाल करना तथा इनसे संबंधित कार्य करना एवं स्थानीय वीरपुरुष, वीरांगनाए, समाजसेवी, स्वतंत्रता सेनानियों, सामाजिक व्यक्तियों की जीवन परिचर्चा करना।
  • . वृद्धजनों, प्रबद्धजनों, ख्यातनाम व्यक्तियों की सहायतार्थ कार्य करना। इनके अनुभवों की सार संभाल करने हेतु साक्षात्कार आयोजित करना तथा पुस्तके, स्मारिका, जीवनी आदि प्रकाशित करवाना।
  • अनुसूचित जाति एवं जनजाति तथा अन्य जातियों संबंधी विलुप्त संस्कृति की पुनर्स्थापना के लिए प्रयास करना। इसमें संबंधित चलचित्र, लघुफिल्म, डॉक्यूमेंट्री बनाना तथा संचालन करना।
  • सभी वर्गों एवं जातियों के नैतिक एवं कला-संस्कृति, लोककला, लोकगीत, नृत्य, लोकनृत्य आदि का लिपिकरण, संग्रहण एवं संरक्षण करना तथा इनके विकास संबंधी कार्यक्रम आयोजित करना।
  • विद्वानौ, कवियों, साहित्यकारों को प्रोत्साहित करने संबंधी कार्य करना इस हेतु बौद्विक विचार 6 गोष्ठियों के आयोजन, कवि सम्मेलन एवं साहित्यिक सम्मेलन आयोजित करवाना
  • मालिका एवं महिला शिक्षा को बढ़ावा देना तथा बालिका एवं महिला सशक्तिकरण एवं उनके जन जागरूकता संबंधी कार्य करना, कार्यशाला, सम्मेलन संगोष्ठी आदि आयोजित करना, बालिका एवं महिला अधिकारों के लिए जागरूकता संबंधी कार्यक्रम / अभियान आयोजित करना।
  • बालक-बालिका, महिला विधवा, परित्यक्ता, वृद्ध कमजोर, निर्धन व्यक्तियों के सर्वागीण विकास को प्रोत्साहन एवं उन्नयन संबंधी कार्यक्रम, विचार गोष्ठी, सम्मेलन आदि आयोजित करना
  • महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं स्वावलम्बी हेतु स्वयं सहायता समूह (SHG) आदि का निमाण करवाना, स्वयं सहायता समूहों को ऋण उपलब्ध करवाना एवं लघुउद्योगों हेतु आर्थिक सलाह, जागरूकता आदि की शिक्षा देना।
  • खेलकूद संबंधी प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन करना। प्रतिभाओं के प्रोत्साहन एवं उन्नयन / प्रशिक्षण के लिए ट्रैनिग संस्थान, एकेडमी एवं प्रशिक्षण / शालायें खोलना एवं उसका संचालन करना।
  • अल्पसंख्यक वर्ग के कल्याण के लिए शैक्षणिक एवं चिकित्सीय कार्यक्रम आयोजित करना, इनके ienसीय विकास के लिए कार्य करना’ तथा सामाजिक सद्भाव संबंधी कार्यक्रम आयोजित करना
  • पंचायतीराज संस्थाओं एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों को अपने अधिकारो एवं कर्तव्यों से अवगत कराने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना एवं जनजागरूकता अभियान चलाना।
  • जल संरक्षण हेतु टांके, तालाब, बांध आदि बनाना तथा उनका रखरखाव रखने के साथ-साथ पुराने कुए, बावडी, तालाब, झील, बांधों की मरम्मत करना तथा परंपरागत जल स्रोत कुए-बावड़ी आदि का संरक्षण एवं मरम्मत करना तथा रामगढबांध के पुनरद्धार एवं विकास संबंधी कार्य करना।
  • पक्षियों के लिए परिण्डे, जलस्रोत, जलकुण्डिया-कुण्लिया आदि उपलब्ध कराना तथाा पशुओ के पानी की खेल, पानी का हौज आदि बनाना एवं इनमें पानी की व्यवस्था करना।
  • गौ, गौवंश एवं पशु संवर्धन के लिए गौशालाऐं खोलना, गौशाला एवं पशु शिविरों का संचालन करना, गौशालाओं एवं पशु शिविरों के लिए राज्य सरकार से भूमि आवंटित करवाना, भूमि आवंटन के उपरांत भूमि को सुरक्षित करने के लिए चारदीवारी, टीन-शैड निर्माण एवं पशु एवं गौ-संवर्धन से संबंधित अन्य कार्य करने वाले व्यक्तियों एवं संस्थाओं को प्रोत्साहित करना
  • पर्यावरण संरक्षण, वृक्षारोपण, वृक्षवितरण, वृक्षसंरक्षण आदि से संबंधित कार्य करना। पर्यावरण संरक्षण पर्यावरण संवर्धन के लिए पौधशाला एवं नर्सरी तैयार करना, नर्सरी विकसित करना, फलदौर और छायादार पेड़ पौधे तैयार करना, औषधीय एवं अन्य पेड़ पौधे तैयार करना, आवश्यकतानुसार पेड-पौधे क्रय करना तथा वृक्षारोपण एवं वृक्षवितरण कार्यक्रम आयोजित करना। वृक्ष संरक्षण हेतु ट्री गार्ड खरीदना एवं वितरण करना, ट्री गार्ड बनाने हेतु संयंत्र/फैक्ट्री लगाना अथवा ट्री बनाने वाले को प्रोत्साहित करना। पर्यावरण संरक्षण एवं पर्यावरण संवर्धन के लिए ग्राम स्तरीय, ग्राम पंचायत स्तरीय, तहसील / पंचायत समिति स्तरीय, जिला स्तरीय, राज्यव्यापी एवं राष्ट्रव्यापी अभियान चलाना / अभियान आयोजित करना।
  • समान हित अथवा उद्देश्यों वाली संस्थाओं को सहायता, प्रोत्साहन, यथोचित संसाधन देना व उनके के माध्यम से निर्धारित उद्देश्यों की पूर्ति करना आदि।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

एक दान, हजारों जीवन में बदलाव

श्री लक्ष्मी नारायण मीणा मेमोरियल ट्रस्ट एक धर्मार्थ संगठन है जो समाज के उत्थान के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में कार्य करता है। यह ट्रस्ट जरूरतमंदों को सहायता प्रदान करने और उनके जीवन स्तर को सुधारने के लिए विभिन्न परियोजनाओं का संचालन करता है।

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